रविवार, 2 मई 2010

श्रमिक बस्तियों में कैसी होगी जनगणना?

भिलाई, ०३ मई। एक मई से देशभर में प्रारंभ हो रहे राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। प्रगणकों द्वारा घर- घर जाकर मकान सूचीकरण एवं जनगणना कार्य करेंगे। इस दौरान सभी निवासियों से 15 प्रकार की जानकारी एकत्र करेंगे। जनगणना के पश्चात समस्त नागरिकों का विशेष फोटोयुक्त परिचय पत्र जारी किया जायेगा। जिसमें संबंधित व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी रहेगा। यह परिचय पत्र देश में पहली बार जारी करने की योजना है।

लेकिन सवाल यह उठता है कि श्रमिक बाहुल्य बस्तियों में जनगणना का कार्य कैसे होगा? श्रमिक अपने रोजी- मजदूरी में प्रात: 8 बजे के आसपास निकल जाते है। वहीं प्रगणक शासकीय कर्मचारी होने के कारण शासकीय समय पर ही अपने ड्यूटी पर उपस्थित होंगे। ऐसे में घर के सदस्य के अनुपस्थिति में 15 बिन्दुओं पर जानकारी कैसे एकत्रित करेंगे। क्या प्रगणक शाम को भी घरों में दस्तख देंगे। यदि यही हाल रहा तो एक ही वार्ड में कई महीने लग जायेंगे। क्योंकि जरूरी नही है कि शाम को भी घर के सदस्य उपस्थित रहे,क्योंकि कभी- कभी काम पूरा करने के चक्कर में देर रात तक काम करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में नगर एवं जिला प्रशासन को एक वार्ड के लिए एक निश्चित दिन में जनगणना कार्य का घोषणा करना पड़ेगा। लेकिन इसके पहले श्रमिक बाहुल्य बस्तियों में जन जागरण लाना होगा। लेकिन अब संभव नही क्योंकि एक मई से यह कार्यक्रम शुरू हो गया है, जो 15 जून तक चलेगा। कईयों ने यह भी आशंका व्यक्त किया है कि जनगणना कार्यक्रम का हश्र बीपीएल राशन कार्ड की तरह न हो, जिसके लिए आज भी फोटोग्राफी जारी है।

विदित हो कि श्रमिक बस्तियों में कई ऐसे श्रमिक है जो खेती- किसानी के काम को छोड़कर पलायन के रूप में महानगरों के श्रमिक बस्तियों में मजदूरी करने आये है। ऐसे लोगों का बुजुर्ग गांव में निवासरत है, वे लोग ग्रामीण इलाकों के प्रगणकों को जानकारी देंगे। ऐसे में बीपीएल राशन कार्ड की तरह एक व्यक्ति के नाम से दो-दो परिचय पत्र बन जायेगा। ऐसे में वास्तविक जनगणना नही हो पायेगा। वहीं कई श्रमिक भाड़े के मकान में निवासरत है, ऐसी स्थिति में वास्तविक मकानों का सूची कैसे तैयार हो पायेगा। वहीं कई मकान मालिकों को अपने घरों की चिंता सता रहा है कि कहीं किरायेदार अपना नाम न लिखा दे जिससे मकान हाथ से निकल जाये।

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प्रगणकों ने ली 15 बिंदुओं पर जानकारी

दुर्ग, ०३ मई। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अन्तर्गत कर नगर वार्ड क्रमांक 11 में ग्रुप पर्यवेक्षक श्रीदेवी प्रमोद के नेतृत्व में प्रगणकों द्वारा वार्ड पार्षद सुरेन्द्र बजाज के परिवार की 15 बिन्दुओं पर जानकारी रजिस्टर्ड करके वार्ड में जनगणना कार्य शुभारंभ किया। 1से 15 मई तक प्रगणकों द्वारा घर-घर पहुंचकार मकान सुचिकाण एवं जनगणना कार्य करेंगे। इस दौरान सभी निवासियों से 15 प्रकार की जानकारी एकत्र की जा रही है। जनगणना के पश्चात समस्त नागरिकों का विशेष फू टेज वाले परिचय पत्र जारी किया जाएगा, जो काफी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगा। 15 जून तक चलने वाले राष्ट्रीय जनगणना कार्य राष्ट्रीय महत्व का कार्य है, तथा इसमें पूर्ण सहयोग देना देश के हर नागरिक की महती जिम्मेदारी है।

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श्रमिक दिवस पर निकली मजदूरों की रैली

दुर्ग, 03 मई। मजदूरों का अंतर्राष्ट्रीय पर्व मई दिवस के अवसर पर संयुक्त खदान संघ, दल्ली राजहरा द्वारा नगर में रैली निकाली गई जो नगर के प्रमुख मार्गों से भ्रमण करते हुए आमसभा स्थल पहुंची। इस आमसभा को यूनियन के नेताओं ने संबोधित करते हुए श्रमिक हितों पर जोर दिया।

संयुक्त खदान मजदूर संघ के सचिव कंदलजीत मान ने कहा कि आज का दिन श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है बरसों पूर्व श्रमिकों ने एक मई को अपने हक की लड़ाई जीती थी इसलिए आज के दिन हम नई सोच उमंग के साथ प्रण लेकर नए सदस्यों को पाने के लिए संघर्ष तेज करेंगे। जैसा कि सर्वविदित है कि मांगने पर कुछ नही मिलता अत: श्रमिकों के हितों के लिए हमें संघर्ष के रास्ते चलना ही होगा। आरंभ से लेकर आज तक श्रमिकों ने अपना अधिकार संघर्ष करके लिया है तथा आने वाले दिनों में भी हमें इसी दिशा से गुजरना होगा अत: सभी श्रमिक एकजुट रहें तथा मजबूती के साथ अपने उद्देश्य में आगे बढ़े चलें।
उन्होंने कहा कि आज क्षेत्र में नौजवान लोग बेरोजगारी की स्थिति में है। देश भर में विभिन्न विभागों में लाखों पद रिक्त है पर सरकार इन रिक्त पदों को भरने की कोशिश नहीं कर रही है। इसके लिए हमें ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगारों को जोडऩा होगा तथा सरकासर का दबाव बनाना होगा कि इन्हें रोजगार उपलब्ध कराए। इसी क्रम में कार्यकारी अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार वायदा करते रहती है कि वे बेरोजगारों को रोजगार देंगे पर वायदे से देखा जाए तो सरकार किए गए वायदे पर अमल नहीं करती और न ही इनके हितों पर सहानुभूति पूर्ण विचार करती है। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर ने कहा कि भाकपा हमेशा महंगाई, शोषण, बेरोजगारी के खिलाफ लड़ती आ रही है। महंगाई की मार गरीब मजदूरों को ही अधिक झेलनी पड़ती है। आरीडोंगरी खदान में शासन तथा संबंधित कंपनी की मनमानी से श्रमिक वर्ग त्रस्त हो गए है। यदि वे इस बात का विरोध करते है तो उनकी बात को दबाने का प्रयास किया जाता है।

सभा को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ मार्ईंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष गणेशराम चौधरी ने कहा कि 124 साल पहले अमेरिका के शिकागो शहर में श्रमिकों ने अपने हित की लड़ाई के लिए जबरदस्त प्रदर्शन किया था तथा उन्होने लाल रंग के झंडे का सहारा लिया था। श्री चौधरी ने कहा कि देश में विकास आर्थिक रूप से होना चाहिए, बेरोजगारी दूर करके सरकार आर्थिक पिछड़ेपन को दूर कर सकती है। इन्होंने कहा कि आज महंगाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस बढ़ती महंगाई का सीधा असर गरीब वर्गों पर पड़ रहा है। शासन गरीबों के लिए योजनाएं बनाती है पर इसका संपूर्ण लाभ इन्हें नहीं मिल पाता। पूंजीपति शोषण पर शोषण किए जा रहे है पर सरकार इस ओर आंख बंद किए बैठी है। इस सभा का संचालन मजदूर संघ के अध्यक्ष राजेंद्र बेहरा ने किया तथा आभार प्रदर्शन पीके मोहंती द्वारा किया गया। इस अवसर पर गौतम बैरा, अमरुराम ठाकुर, शंकर नायक, अरविंद चौधरी, राजेश साहू, संतोष नायर, मुकुल वर्मा, मनोज, छन्नुलाल, तेजा रेड्डी आदि लोग उपस्थित थे। एक मई को निकाली इस रैली में राजहरा सहित महामाया , कुमुरकट्टा, बिटाल, नलकसा, डौडी, पथराटोला, गुजरा कुसुमकसा आदि स्थानों से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

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