सोमवार, 15 मार्च 2010

शिक्षाधिकारी कार्यालय में तोडफ़ोड़

दुर्ग, 15 मार्च। सीबीएसई पाठ्यक्रम की नौंवी व ग्यारहवीं की परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों के रिपीट होने से नाराज एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आज दुर्ग जिला शिक्षा कार्यालय में जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शिक्षाधिकारी कार्यालय में लगे बोर्ड को क्षतिग्रस्त कर मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला जड़ दिया। एनएसयूआई के इस आक्रामक प्रदर्शन से शिक्षा विभाग के कर्मचारी सकते में आ गए। हालांकि प्रदर्शन के दौरान जिला शिक्षाधिकारी हेमंत उपाध्याय कक्ष में मौजूद नहीं थे। आनन-फानन में कर्मचारियों ने शिक्षा अधिकारी को घटना की जानकारी दी। तत्पश्चात पुलिस का अमला भी मौके पर दल-बल के साथ पहुंचा। पुलिस की टीम को देखते ही प्रदर्शनकारी एनएसयूआई के छात्र रफूचक्कर हो गए। बाद में शिक्षाधिकारी हेमंत उपाध्याय कार्यालय पहुंचे और घटना की शिकायत एसडीएम धर्मवीर शर्मा से की। श्री शर्मा मौके पर पहुंचे और घटना से अवगत हुए। श्री शर्मा ने प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। प्रदर्शनकारी एनएसयूआई छात्रों के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला जडऩे से करीब आधा घंटा तक शिक्षा विभाग के कर्मचारी भीतर फंसे रहे। जिससे कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल रहा। बाद में पहुंची पुलिस ने ताला खुलवाया। एनएसयूआई का यह प्रदर्शन जिलाध्यक्ष देवेन्द्र यादव की अगुवाई में किया गया। प्रदर्शन में दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता शामिल हुए। मालूम हो कि सीबीएसई पाठ्यक्रम की नौंवी व ग्यारहवीं की परीक्षा चल रही है। परीक्षा के दौरान कुछ स्कूलों में छात्रों को एक समान प्रश्न पत्र हल करने दिए जा रहे हैं। यह शिकायत एनएसयूआई कार्यकर्ता तक पहुंची, जिससे गुस्साए कार्यकर्ताओं ने आज विरोधस्वरूप प्रदर्शन किया।
०००
मुरूम उत्खनन रोकने कांग्रेसी लामबंद
दुर्ग, 15 मार्च। ठगड़ा बांध के आसपास मुरुम उत्खनन के लिए दिए गए अस्थाई अनुज्ञा पत्र को तत्काल निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज दोपहर जिला पंचायत सदस्य देवलाल ठाकुर के नेतृत्व में कलेक्टर ठाकुर रामसिंह से मुलाकात कर उन्हे एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कांग्रेसियों का आरोप था कि ठगड़ा बांध के आसपास नियमों को ताक में रखकर मुरुम का उत्खनन किया जा रहा हैं। वहीं मुरुम उत्खनन से बांध के क्षतिग्रस्त होने के भी आसार हैं। जिससे क्षेत्र में बड़ी घटना कभी भी हो सकती हंै। सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेसियों ने कलेक्टर को अवगत कराया कि कसारीडीह खसरा नं.935 रकबा 13.465 हेक्टेयर मरोदा टेक सी(ठगड़ा बांध) की मुरुम उत्खनन हेतु खनिज विभाग द्वारा नियम व कानून को ताक में रखकर लीज में दिया गया हैं। कांग्रेसियों का आरोप था कि मुरुम उत्खनन के लिए राजस्व विभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया हैं। साथ ही राज्य शासन से भी अनुमति नहीं ली गई हैं। तांदुला जल संसाधन विभाग द्वारा किस मापदंड के आधार पर खनन का अधिकार दिया गया हैं यह समझ से परे हैं। कांग्रेसियों का कहना था कि एक ही व्यक्ति को लाभ पहुंचाने की नियत से यह अस्थाई अनुज्ञा पत्र जारी किया गया हैं। जिसमें कहीं भी रोड का उल्लेख नहीं किया गया हैं। लीज पर देने के पूर्व माइनिंग इस्पेक्टर रिपोर्ट एवं सर्वेयर रिपोर्ट नहीं लगाई गई हैं, समेत अन्य अनियमितताओं को कांग्रेसियों ने कलेक्टर को अवगत कराया। कांग्रेसियों का कहना था कि ठगड़ा बांध के आसपास अंधाधूंध बिना मापदंड से मुरुम खुदाई का बांध पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता हैं। जिससे वर्षाकाल में बांध के फूटने का खतरा कायम रहेगा। बांध के नीचे आवासीय कालोनी हैं। इन हालातों में मुरुम उत्खनन को तत्काल रोका जाए। कलेक्टर ठाकुर रामसिंह से मुलाकात के दौरान देवलाल ठाकुर के साथ युवा कांग्रेस नेता रियाज कुरैशी, अनिल जायसवाल, भोला महोबिया, रजनीश श्रीवास्तव, आरिफ खान, अजय श्रीवास्तव, सौरभ शर्मा, रियाज अहमद समेत अन्य लोग मौजूद थे।
०००
खेदामारा बिजली उप केन्द्र में लगी आग
भिलाई, 15 मार्च। छत्तीसगढ़ समेत पाँच राज्यों को बिजली सप्लाई करने वाली खेदामारा की 400 के.वी. विद्युत उपकेन्द्र में आज तड़के आग लग जाने की वजह से खेदामारा गांव से लेकर आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। पौ फटने के पहले ही अति संवेदनशील इस विद्युत उपकेंद्र में लगी आग पर भिलाई अग्रिशमन दल के दमकल कर्मी तकरीबन तीन घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पा सके। आग लगने की वजह से बड़ी लाइनों पर तो कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा, किन्तु प्रदेश में सप्लाई बिजली की छोटी लाइनें बुरी तरह से प्रभावित हो गयीं। कोरबा से आने वाली लाइन बन्द हो गयी है। साथ-ही-साथ भिलाई इस्पात संयंत्र भिलाई-3 के पावर प्लांट-1 एवं 2 में भी सप्लाई पर प्रभाव पड़ा है। बिजली सप्लाई एवं कंजम्सन के लिए अतिमहत्त्वपूर्ण खेदामारा के सारे सिस्टम पर भी इस आग का कुप्रभाव पड़ा है। सिस्टम लगभग ठप्प पड़ गया है। हाल-फिलहाल विद्युत विभाग के इंजीनियर इस प्रयास में लगे हैं कि चाहे जैसे हो, आग से प्रभावित उपकरणों को शीघ्र सुधारकर यथावत किया जाए।
रात्रि पाली में ड्यूटी कर रहे दोनों गार्डों ने आज तड़के तकरीबन 4 बजे के आस-पास देखा कि पावर स्टेशन से धूएँ का गुबार उठ रहा है। जब तक माजरा समझ में आता, आग की लपटें दिखाई देने लगीं। गार्डों से लेकर रात्रि पाली में कार्यरत कर्मचारियों के हाथ-पाँव फूल गए। चंूकि आस-पास कई फैक्ट्रियाँ एवं डामर कम्पनियाँ तो हैं ही, समीप ही खेदामारा गाँव भी है।़ इसलिए बड़ी अनहोनी का डर इन कर्मचारियों के भीतर तक घर गया। सहमे कर्मचारी तत्काल भिलाई फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना दिये और आध घण्टे के भीतर ही याने साढ़े चार बजे पूरी तत्परता के साथ फायर ब्रिगेड की टीम विकास कुंड़ू के नेतृत्व में दमकल गाड़ी के साथ पहुँच गयी। इस दौरान इण्डस्ट्रीयल एरिया में हड़कम्प मच गया था। खेदामारा गाँव में तो चिल्ल-पों की स्थिति निर्मित हो गयी थी। अच्छी-खासी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए थे। फायर ब्रिगेड की तीन दमकल गाडिय़ाँ तकरीबन 3 घण्टे तक आग से जूझती रहीं तब जाकर सुबह लगभग साढ़े सात बजे आग पर काबू पाया जा सका।
आग की वजह से प्रदेश की बड़ी लाइनों पर कोई असर नहीं पड़ा है। सिवनी, कोराड़ी, भद्रावती आदि की लाइनें चालू हैं किन्तु कोरबा से आने वाली लाइन बन्द हो गयी है। बीएसपी के पी पी 1-2 पर भी प्रभाव पड़ा है। इस सब स्टेशन के कार्यपालन यंत्री परमार के मुताबिक पावर सप्लाई केबल रियेक्टर के फेल हो जाने की वहज से आगजनी की घटना हुई। कोरबा वेस्ट लाइन का रियेक्टर जल गया। तीन फेस रहते हैं, जिसमें एक लाईन में फाल्ट आ गया। एक लाइन में फाल्ट आने के कारण दूसरे-तीसरे में लोड बढ़ जाता है। जिससे इन्सुलेशन फेल हो गया। लाइनें बन्द हो गयीं, थोड़ी देर में ही दोनों लाइनें बन्द हो गयीं। ज्ञात हो कि 27 साल पुराना केबल यहाँ लगा हुआ है। परमार की मानें तो आग लग जाने की वजह से ट्रॉंसफार्मर एवं केबल जो जले हैं वही नुकसान हंै बकिया कुछ खास नुकसान नहीं हुआ है। अलबत्ता कुछ लाइनों पर असर पड़ा है किन्तु शेष कुछ खास नहीं है। बड़ी लाइनें चालू हैं फिर यहाँ वैकल्पिक व्यवस्था भी है कि संकट की घड़ी में भी लाइनों पर असर न पड़े। बहरहाल, आग बुझ जाने एवं कोई अनहोनी न होने से खेदामारा के ग्रामीणों से लेकर औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपतियों एवं ट्रांसपोर्टरों ने राहत की सांस ली है।
०००
कल से गूजेंगे माता के जयकारे
दुर्ग, 15 मार्च। चैत्र नवरात्रि पर्व कल 16 मार्च से प्रारंभ होने जा रही है। नवरात्रि पर्व की तैयारी जोर-शोर से जारी है। ट्विनसिटी स्थित देवी मंदिरों में सजावट की जा रही है। वहीं ज्योति कलशों की स्थापना और जवांरा बोने की तैयारी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। मंदिरों को विद्युत की झालरों और बल्बों से सजाया जा रहा है। इधर नवरात्रि पर्व के दौरान पूजन सामग्री और फल-फूल आदि की दुकानें भी सजने लगी है। नवरात्रि पर्व में बहुत से श्रद्धालु पूरे नौ दिनों का उपवास करते है। इसलिए फलाहार की बिक्री भी जमकर हो रही है। फलों के दामों पर भी मंहगाई का असर पडऩे लगा है। इसके बावजूद सरकारी इनकी खरीद कर रहे है। डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर के दर्शनार्थ इस वर्ष भी हजारों की संख्या में पदयात्री रवाना होंगे। जिनके विश्राम और फलाहार के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों द्वारा जीई रोड के किनारे पंडाल बनाने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
शहर के चंडी मंदिर, शीतला सतरूपा मंदिर सिविल लाइन, बैगापारा स्थित शीतला मंदिर, संतोषी मंदिर, भगवान लंगूरवीर मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, श्री शक्तिचौरा दुर्गा मंदिर समेत अन्य मंदिरों में नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाने के तैयारी की जा रही है। चंडी मंदिर में नवरात्रि पर्व के दौरान प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है। श्रद्धालुओं को देवी के दर्शन व पूजन में किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए मंदिर में विशेष व्यवस्था की जा रही है। मंदिर को सजाया भी गया है। इन मंदिरों के आसपास पूजन सामग्री और फल-फूल की दुकानें भी लगने लगी है।
भिलाई में भी चैत्र नवरात्रि का धार्मिक पर्व शुरू हो रहा है। कल से ही नव संवत्सर प्रारंभ होगा। चैत प्रतिपदा एवं सांँई झूलेलाल की जयन्ती की वजह से कल सारा शहर भक्तिमय दिखायी देगा। समस्त मन्दिरों में माँ दुर्गा की नौ दिनों तक विशेष अराधना एवं ज्योति कलश स्थापना की तैयारियाँ पूरी हो गयी है। माँ के भक्त भी देवी को प्रसन्न करने एवं अपनी मन्नतों को पूरा करने के लिए विशेष पूजा-अनुष्ठानों के अलावा मंदिरों में ज्योति जलाने की तैयारियाँ कर रहे है। मैहर एवं डोंगरगढ़ जाने वाले भक्त भी उत्साहित हैं। ज्ञात हो कि नवरात्रि में श्रद्धालु भक्तों का जत्थे-का-जत्था डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी तो मैहर में माँ शारदा के दर्शनार्थ निकलते हैं। इनमें कई ट्रेनों से तो कई देवी के आराधक पैदल ही बिना चरणपादुका के निकल पड़ते हैं। कुछ तो लोटकर मन्दिरों में देवी को प्रसन्न करने निकलते है। सुन्दर नगर बाबा दीपसिंह नगर के दुर्गा मन्दिर में इस बार मन्दिर की विशेष सजावट की गयी ह। यहाँ की माता जी पर दुर्गा जी साक्षात सवार होती हैं। कालीबाडिय़ों में भी काली माता को प्रसन्न करने विशेष अनुष्ठान की तैयारी है।
००००
युवक की मौत
दुर्ग, 15 मार्च। ग्राम अंजोरा निवासी संतोष कुमार कौशिक 40 वर्ष पिता हंसू राम की आज सुबह उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। मृतक सेलून की दुकान चलाता था। वह अल्कोहल सेवन का आदी था। मौत की वजह स्वास्थ्यगत कारण को माना जा रहा हैं। अंजोरा पुलिस ने मर्गकायम कर मामले को जांच में लिया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक संतोष कुमार कौशिक की 12 मार्च को अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया था। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया । जहां आज सुबह संतोष ने दम तोड़ दिया।
---
दुर्घटना में अधेड़ की मौत
दुर्ग, 15 मार्च। उतई थानांतर्गत ग्राम पुरई निवासी खेमलाल सिंग 57 वर्ष पिता दाऊराम सिंग की कल सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। मृतक सेंट्रींग का काम करता था। अंडा पुलिस ने मर्गकायम कर मामले को जांच में लिया हैं। पुलिस के मुताबिक खेमलाल सिंग एक दिन पहले अपने एक परिचित के साथ मोटर सायकल में सवार होकर कहीं जाने के लिए निकले थे। आज सुबह अंडा-कुथरैल के बीच खेमलाल को एक गडढ़े में मृत पाया गया। घटना के बाद से उस व्यक्ति का कोई अता पता नहीं हैं। जिसके साथ खेमलाल मोटर सायकल पर सवार होकर कहीं जाने निकला था। जिससे मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा हैं। बहरहाल अंडा पुलिस ने मर्गकायम कर मामले की जांच शुरु कर दी हैं।
०००
विष्णु गायत्री महायज्ञ का कल शुभारम्भ
दुर्ग, 15 मार्च। तीर्थ राज देवी निकुंभला धाम व जयशक्ति आश्रम निकुम में 16 लसे 24 मार्च तक नवरात्रि पर आयोजित विष्णु गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ संत श्री माताजी कल सुबह 8 बजे करेंगे। मां निकुंभला के प्रसन्नार्थ महायज्ञ स्थल में 1008 ज्योति कलश भी प्रज्जवलित होंगे।
महायज्ञ के प्रणेता संत श्री माताजी ने कहा है कि विष्णु गायत्री महायज्ञ वर्षा व धन की उत्पत्ति का केन्द्र है। भगवान विष्णु की आराधना करने से माता लक्ष्मी की प्रसन्नता का भी लाभ मिलता है। इस महायज्ञ से दैहिक, देविक व भौतिक तीनों संताप दूर होते हैं। उन्होंने श्याम रंग वाले पीताम्बरधारी चक्र शंख व गदा लिए हुए कोमल शरीर वाले वैजयंती माला पहने अद्भुत मुख मंडल के स्वामी भगवान विष्णु का नमन किया है और बताया कि यह महायज्ञ प्रतिदिन तीन चरणों में सुबह 7 से 10, पूर्वान्ह 11 से 1 एवं दोपहर 3 से 5 बजे तक सम्पन्न होगा। महायज्ञ का समापन 24 मार्च को राम नवमी के दिन विशाल शोभायात्रा से होगा।
०००

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें