हाजी इनायत अली ने ली समीक्षा बैठक
दुर्ग, 25 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हाजी इनायत अली ने आज दोपहर कलेक्ट्रट सभागृह में विभिन्न विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े मुद्दों पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट सभागृह में पत्रकारों से चर्चा में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हाजी इनायत अली ने अल्पसंख्यक वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना किसी भी समाज का विकास संभव नहीं हो सकता। शिक्षा के अभाव के चलते अल्पसंख्यक वर्ग से संबंधित खासकर मुस्लिम वर्ग काफी पिछड़ा हुआ है। आज स्थिति यह है कि मुस्लिम समाज के पांच बच्चों में से एक बच्चा ही हायर सेकंडरी तक की शिक्षा पूरी कर पाता है। इसका कारण उन्होंने शुरू से मुस्लिम समाज के बच्चों का रोजगार से जुडऩा बताया है। श्री अली का कहना है कि रोजगार जरूरी है लेकिन उससे ज्यादा शिक्षा। इस बात का मुस्लिम समाज के बच्चों के अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। इस समस्या के समाधान के लिए समाज में जागरूकता जरूरी है। श्री अली ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में समीक्षा बैठक ली जा रही है। 11 जिलों में समीक्षा बैठक पूर्ण हो चुकी है। समीक्षा बैठक में यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि अल्पसंख्यक वर्ग के लिए बनी योजना का धरातल में कितना लाभ मिल रहा है। जहां कमी आ रही है वहां के अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश जारी किए गए हैं। श्री अली ने कहा कि मुस्लिमों के उत्थान के लिए उनकी स्थितियों का आंकलन जरूरी है। देश में 20 फीसदी मुस्लिम हैं। इतने बड़े आबादी के पिछड़े होने से महान भारत की कल्पना करना बेमानी होगा। उन्होंने बताया कि पहले 12 से 18 प्रतिशत मुस्लिम सरकारी कर्मचारी थे। लेकिन सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि वर्तमान में यह प्रतिशत ढाई से 3 प्रतिशत तक ही रह गई है। जो चिंतनीय है। उन्होंने आरक्षण के संबंध में कहा कि वे आरक्षण के विरोधी हैं। आरक्षण से विभाजन होता है न कि विकास। आरक्षण बैसाखी की तरह होता है। मुस्लिम समाज बगैर आरक्षण के मजबूत बनें। उनकी सोच है कि मुस्लिम वर्ग अपने आपको इतना मजबूत बनाए कि वह रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला वर्ग बने। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हाजी इनायत अली ने कहा कि आयोग द्वारा शिक्षा, उद्योग एवं अन्य जरूरी पहलुओं पर विशेष पहल कर रहा है।
इसी के चलते मदरसों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। मदरसों में कंप्यूटर की व्यवस्था की जा रही है। ताकि यहां का बच्चा केवल मौलवी नहीं बने बल्कि प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम कर देश का नाम रौशन करे। कब्रिस्तान में भी व्यवस्था सुधारने कार्य हो रहे हैं। इसके लिए वन विभाग की सेवाएं ली जाएगी। पर्यावरण की दृष्टि से कब्रिस्तान के चारों ओर अब बाउंड्रीवाल के बजाए वृक्षारोपण से घेरा किया जाएगा। साथ ही नगर निगम व विद्युत विभाग के सहयोग से प्रकाश, शेड, पेयजल व सीमेंटेड रोड की व्यवस्था की जाएगी। अल्पसंख्यक वर्ग के लिए प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए विशेष पाठ्यक्रम की भी शुरूआत की जा रही है। यह व्यवस्था रोजगार कार्यालय व शिक्षा विभाग मिलकर करेंगे। उद्योगों में भी अल्पसंख्यक वर्ग की सहभागिता बढ़ाने कार्य किए जा रहे हैं।
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इंदिरा मार्केट में अतिक्रमण समस्या गहरी
दुर्ग, 25 मार्च। शहर के मुख्य व्यापारिक एवं मार्केेट क्षेत्र इंदिरा मार्केट के प्रमुख मार्ग के दोनों और अतिक्रमण की समस्या गहरा गई है। पुराने कोतवाली थाने से लेकर होटल शीला तक मुख्य मार्ग के दोनों ओर बरसों से फूटपाथ व्यवसाई काबिज हैँ। बताते हैं कि नगर निगम के एक प्रमुख पदाधिकारी को उक्त व्यवसाई अघोषित तौर पर मासिक किराया भी अदा करते हैं, यही कारण है कि ऐन मुख्य मार्ग को अतिक्रमित कर धंधा कराने के बावजूद उन पर कार्यवाही नहीं होती। शाम को जब मार्के ट क्षेत्र में खरीदारों के अलावा आवाजाही करने वालों की संख्या काफी बढ़ जाती है तो स्थिति यह होती है कि चार पहिया वाहनों को पार्किंग के लिए स्थान ही नहीं मिलता। लिहाजा सड़क पर गाड़ी पार्किंग करनी पड़ती है। सड़क पर पार्किंग किए जाने से आवाजाही में समस्या पैदा होती है। कई-कई बार ट्रेफिक जाम की स्थिति बनते रहती है। शााम के समय इंदिरा मार्के ट क्षेत्र में पैदल चलना भी दूभर हो गया है। मगर, निगम प्रशासन को इससे कोई बरअक्स नहीं। शहर के यत्र-तत्र हिस्से में किए गए अतिक्रमण हटाने में जुटे निगम प्रशासन को इंदिरा मार्केट की यह समस्या कैसे नजर नहीं आती, हैरत व शंका का विषय हैं। हमारा पेट्रोल पंप से लेकर भोले टी होटल तक बेजा कब्जाधारियों ने सड़क का कचूमर निकल दिया है। मगर बरसों से व्याप्त समस्या को दूर करने की कोशिया अब तक नहीं हुई।
उल्लेखनीय है कि बीते पांच सालों में सड़कों पर वाहनों का दबाव कई गुणा बढ़ गया है। अब शहर की चौड़ी सड़कें भी वाहनों के दबाव को झेलने में अक्षम साबित होता जा रहा हँ। शहर के नागरिकों को आवाजाही की कठिनाई से निजात व सुरक्षा मुहैया कराने इस मसले पर शिद्दत से ध्यान दिये जाने की दरकार है।
इंदिरा मार्के ट स्थित प्रेस कांप्लेक्स के इर्दगिर्द दोपहिया व चार पहिया वाहनों की बेतरतीब पाॄकग के चलते सड़क मात्र नाम भर के लिए रह गया है। प्रेस कांप्लेक्स आने वाले पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों व सरकारी महकमों के अधिकारी-कर्मचारियों को रात में यहंा से आनाजाना मुहाल हो जाता है। आसपास के मार्केट का चौतरफा दबाव प्रेस कांप्लेक्स को झेलना पडऩा पड़ रहा है, और इसका खामियाजा मीडिया कर्मियों को भुगतना पड़ रहा है। ज्ञातव्य है कि किसी भी शहर में प्रेस कांप्लेक्स व कलेक्ट्रोरेट ऐसे दो जगह होती है, जो शहर की वास्तविक सिरत व्यक्त करती है। लिहाजा, शहर की प्रतिष्ठा के सवाल पर ध्यान देते हुए इस दुविधा को दूर करना आवश्यक है।
पटेल चौक से गंजपारा चौक तक बेजाकब्जा करने वाले 84 लोगों ने स्वयं अपना अतिक्रमण हटाने सहमति दे दी है। इन लोगों ने महापौर डा तमेर से मुलाकात कर अपनी समस्या भी सामने रखी। महापौर ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके हितों पर कुठाराघात नहीं किया जाएगा। बशर्ते जनसुरक्षा के लिहाज से वे अपना अतिक्रमण हटा ले। आगे चलकर उनका उचित व्यवस्थापन किया जाएगा।
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कई मांगलिक प्रांगण नजूल पर
दुर्ग, 25 मार्च। दुर्ग शहर में अवस्थित मांगलिक प्रांगणों के मालिकों द्वारा जमकर धंाधली की जा रही है। अधिकांश मांगलिक भवन के मालिकों ने आसपास की नजूल व घास जमीन पर बेजा कब्जा कर रखा है। निगम द्वारा कार्यवाही के कुछ दिनों बाद मांगलिक भवनों के संचालक फिर से कब्जा जमा लेते हैँ और अपनी रसूख के बल पर नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैँ। हालिया प्रकरण विद्युत नगर में संचालित सांई मंगलम का है। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक सांई मंगलम भवन व परिसर के मालिक शंभू द्विवेदी के मालिकाना हक में मात्र डेढ़ एकड़ भूमि है, लेकिन उन्होंने अगलबगल के ढाई एकड़ जमीन पर भी कब्जा कर रखा है। सिर्फ डेढ़ एकड़ की मालिकाना हक वाली जमीन में ढाई एकड़ जमीन को अतिक्रमित कर हथिया लिया गया है।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक विद्युत नगर से बोरसी जाने वाली सहयोग मार्ग के एक किनारे संचालित सांई मंगलम के मालिक द्वारा मांगलिक प्रांगण के नाम पर कब्जा जमाई गई जमीन की बाजारू कीमत करोड़ों रूपया है। सांई मंगलम के संचालक शंभू द्विवेदी जमीन व्यवसाय से जुड़े हुए हैँ, लिहाजा उन्हें पूर्व से मालूम था कि उक्त स्थान के इर्दगिर्द ढाई एकड़ से अधिक जमीन नजूल की है। इसी का फायदा उठाते हुए उन्होंने वहंा मांगलिक प्रांगण बनाने की मंशा से मात्र डेढ़ एकड़ जमीन खरीद लिया। फिर आजूबाजू की जमीन पर अवैध कब्जा कर मांगलिक प्रांगण को पांच एकड़ की भूमि तक विस्तारित कर दिया। बीते तीन-चार सालों से संचालित सांई मंगलम के मालिक ने सरकारी जमीन को मांगलिक आयोजनों के लिए नियम विपरीत किराए पर देकर लाखों रूपयों के वारे न्यारे किए हैँ।
यहां उल्लेख करना लाजिमी होगा कि जेल रोड के किनारे स्थित बाफना मंगलम और उसकी बगल में ही एक और मांगलिक परिसर बनाया जा रहा था। बाफना मंगलम के अलावा बाजू में संचालित मांगलिक प्रांगण के संचालक ने भी अवैध कब्जा कर शासन को लाखों रूपये चूना लगाए। हालांकि बीच में प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए बाफना मंगलम की दीवारें ढहा दी गई थी, लेकिन आगे चलकर उसे फिर से खड़ी कर दी गई। अलबत्ता, बाफना मंगलम के किनारे में बेजा कब्जा कर बनाए गए एक मांगलिक प्रंागण को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
बताते हैँ कि मांगलिक भवनों की आड़ में करोड़ों रूपयों के सरकारी जमीनों पर हाथ साफ करने वाले अधिकांश मांगलिक प्रांगणों के संचालक मूल छत्तीसगढिय़ा भी नहीं है। बिहार, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब समेत तमाम बाहरी इलाकों से दुर्ग आकर छत्तीसगढ़ की सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाया जा रहा है। मगर स्थानीय प्रशासन कुछ खास नहीं कर पा रहा है। जानाकारों का कहना है कि चूंकि शासन व प्रशासन में भी गैरछत्तीसगढिय़ों का दबदबा है, लिहाजा भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैँ। अलबत्ता, छत्तीसगढ़ के स्थानीय गरीब लोगों को भले ही सर छुपाने लायक जमीन देने में उक्त तत्व गुरेज करते हैँ और बेजा कब्जा के नाम पर उनके छोटे-मोटे धंधे व मकान जमींदोज कर दिऐ जाते हैँ। मगर, करोड़पति भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने में वही प्रशासन अक्षम साबित होता है।
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युवती की जलने से मौत
दुर्ग, 25 मार्च। पुलगांव थाना अंतर्गत ग्राम कचांदुर निवासी टोप्पोराम की 19 वर्षीय पुत्री सरोज की आग से जलने से मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सरोज आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गई थी। उसे उपचार हेतु जिला अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जहां बुधवार की शाम सरोज ने दम तोड़ दिया। पुलगांव पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है।
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ब्लेड से वार, घायल
दुर्ग, 25 मार्च। कसारीडीह निवासी अनिल कोठारी उर्फ गोलू (35 वर्ष) ब्लेड की वार से घायल हो गया। मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी ताराचंद जांगड़े (22 साल) कसारीडीह निवासी के खिलाफ धारा 324 के तहत अपराध दर्ज किया है। हमले की वजह पुरानी रंजिश को बताया गया है। घटना 23 मार्च की है।
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एसपी ग्रामीण ने पदभार संभाला
दुर्ग, 25 मार्च। जिले के नए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मनीष शर्मा ने आज पदभार ग्रहण किया। इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे। मनीष शर्मा पूर्व में पुलिस अधीक्षक रायपुर यातायात थे। दुर्ग के पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आरके शर्मा को भिलाई रेडियो का एसपी बनाया गया है।
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निष्प्रयोज्य वाहनों की नीलामी
दुर्ग, 25 मार्च। दुर्ग जिला पुलिस ने आज अपनी निष्प्रयोजन वाहनों की पुरानी पुलिस लाइन में नीलामी की। इस दौरान दुर्ग के अलावा दीगर जिले से आए क्रेताओं ने अलग-अलग वाहनों के लिए बोली लगाई। सर्वाधिक बोली बोलने वाले को उक्त वाहन सुपुर्द की गई। इस दौरान एडीशनल एसपी शहरी एमएल कोटवानी, एडीशनल एसपी ग्रामीण मनीष शर्मा, आरआई डीपी चंद्रा, सीएसपी राकेश भट्ट समेत पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे। वाहनों की नीलामी में दुर्ग-भिलाई के अलावा दीगर जिले के लोग भी शामिल हुए। नीलामी के लिए कार, जीप, टाटा 407, जेल वाहन, जिप्सी, टाटा ट्रक, टीवीएस मोटरसाइकिल, बुलेट, हीरोहोंडा, इन फील्ड व टाटा बस रखे गए थे।
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जंवारा विसर्जन
दुर्ग, 25 मार्च। चैत्र नवरात्रि के महाष्टमी पर हवन पूजन के बाद जोत जंवारा के विसर्जन का सिलसिला जारी है। आज दोपहर आजाद वार्ड से जोत-जंवारा विसर्जन के लिए भव्य यात्रा निकली। इस दौरान भक्तजन जसगीत की धुन में नाचते-झूमते रहे। बड़ी संख्या महिलाएं अपने सिर पर जोत-जंवारा लेकर विसर्जन के लिए निकली थीं। जोत का विसर्जन गंजपारा स्थित बांधा तालाब में पूरे श्रद्धा भाव से किया गया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आजाद वार्ड गंजपारा की कांग्रेस पार्षद रागिनी देवी सोनी व कांग्रेस नेता लंगूर सोनी के निवास में जोत-जंवारा स्थापित किया गया था। हवन-पूजन के बाद आज जोत-जंवारा का विसर्जन किया गया। जोत जंवारा के विसर्जन में सैकड़ों लोग शामिल हुए।
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निगम की फायर बिग्रेड खराब
दुर्ग, 25 मार्च। नगर निगम का फायर बिग्रेड 15 दिनों से खराब पड़ा है। आगामी पखवाड़े भर तक शायद ही वह ठीक हो पाएगा। मालूम हो कि तकनीकी खराबी के चलते 15 दिनों से बंद फायर बिग्रेड को लेकर कतिपय भाजपाई पार्षदों ने भी सवाल खड़े किए थे। भाजपा पार्षद आशुतोष सिंह ने फायर बिगे्रड के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यदि निगम क्षेत्र में कहीं आगजनी की घटना हो जाती है और समय पर फायर बिग्रेड का अमला वहां नहीं पहुंच पाताप, तो ऐसे फायर बिग्रेड का क्या लाभ? यूं तो आग लग जाने पर फायर बिग्रेड की अहम जरूरत होती है। मगर, जब वह काम न आए, तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीडित पक्ष पर क्या गुजरती होगी।
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पशुओं का मुफ्त इलाज
दुर्ग, 25 मार्च। पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा के राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिनी शिविर चंगोरी में लगाया गया। कालेजियन्स विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भागीदारी देते हुए ग्रामीणों को सफाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, नशा उन्मूलन, पशुपालन संबंधी जानकारी दी गई। शिविर मे पशु चिकित्सा का भी शिविर लगाया गया था। कालेज के प्राध्यापकों ने बीमार पशुओं का उपचार, बीमारियों की पहचान, दवा का नि:शुल्क वितरण, टीकाकरण व पशाुपालन संबंधी कई अहम जानकारियों ग्रामीणों को दी। शिविर डा मंजूराय व डा एचके रात्रे की देखरेख में हुआ।
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प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम 29 से
दुर्ग, 25 मार्च। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा बेरोजगारों को रोजगार से जोडऩे के उद्धेश्य से 29 मार्च से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत चार सप्ताह का उद्यमिता विकास कार्यक्रम जिला जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र में आयोजित किया जाएगा। योजना से लाभान्वित होने के लिए हितग्राही अपना आवेदन सादे कागज पर व्यक्तिगत एवं शैक्षणिक योग्यता की जानकारी तथा संपर्क का पता सहित डीआईसी में जमा कर सकते हैँं। प्रतिभागियों का चयन 27 मार्च को साक्षात्कार द्वारा किया जाएगा। शैक्षणिक योग्ता कम से कम आठवीं उत्तीर्ण एवं उम्र 18 साल से अधिक होना चाहिए।
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अच्छी कोशिश है। बधाई
जवाब देंहटाएंधन्यवाद मानव जी
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