मंगलवार, 30 मार्च 2010

तमेर परिषद का पहला बजट घाटे का

- शहर में बच्चों के लिए वाटर पार्क
- 500 फीट तक के मकान टैक्स मुक्त
- खरीदी जाएगी नई अग्निशमन
- बीपीएल कार्डधारियों को 60 रूपए में नल कनेक्शन
- स्वर्ण पदक पाने वाले खिलाडिय़ों को 1 लाख
- आईएएस-आईपीएस चयनित को 2 लाख


दुर्ग, 30 मार्च। दुर्ग नगर निगम के महापौर डॉ. शिवकुमार तमेर ने आज अपने परिषद का पहला और वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए सदन में बजट पेश किया। बजट में आगामी वर्ष के लिए 1अरब 42 करोड़ 28 लाख 72 हजार 160 रुपए का आय व 1अरब 44 करोड़ 63 लाख 24 हजार रुपए के व्यय का प्रावधान हैं। नए परिषद का यह पहला बजट 2 करोड़ 34 लाख 46 हजार 884 रुपए घाटे का हैं। घाटे की पूर्ति निगम में उपलब्ध नगद शिल्क से किए जाने की बात कही गई हैं। बजट को महापौर डॉ. शिवकुमार तमेर ने नागरिकों के बुनियादी सुविधाओं के लिहाज से महत्वपूर्ण बताया हैं। साथ ही कहा है कि यह बजट नागरिकों के जीवनस्तर में क्रमश: गुणात्मक सुधार लाने वाला साबित होगा।
नगर निगम की वित्तीय वर्ष 2010-11 की वार्षिक बजट आज सुबह 11.30 बजे हिन्दी भवन के सभागृह में महापौर डॉ. शिवकुमार तमेर ने पेश किया। महापौर द्वारा पेश बजट में सीमेंट सड़क निर्माण हेतु 8 करोड़,डब्ल्यूबीएम सड़क निर्माण हेतु 6 करोड़, नाली निर्माण हेतु 6 करोड़, फर्शीकरण एवं पुलिया निर्माण के लिए 4 करोड़, चौराहों के सौंदर्यीकरण, महापुरुषों की प्रतिमा स्थापना के लिए 45 लाख रुपए, हटरीबाजार व्यवस्थापन हेतु 5 लाख रुपए, सड़कों के नामकरण तथा तख्ती निर्माण के लिए 5 लाख रुपए, शौचालय निर्माण 45 लाख रुपए, सड़क मरम्मत के लिए 5 करोड़, सरोवर-धरोहर योजना अंतर्गत तालाबों के रखरखाव, गहरीकरण, सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ का प्रावधान रखा गया हैं। झुग्गी बस्तियों के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए, शौचालय निर्माण के लिए 50 लाख, यातायात नगर बसावट हेतु 5 करोड़, ज्ञान स्थली योजना अंतर्गत माडल स्कूल, नरेरा कन्या, सरदार पटेल, मोहनलाल बाकलीवाल,सुभाष स्कूल तथा कस्तूरबा बालमंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 50 लाख रुपए, गोकुल नगर के लिए 50 लाख एवं अटल आवास योजना अंतर्गत 1 करोड़ का व्यय प्रावधानित किया गया हैं।
शहर की समग्र सफाई को ध्यान में रखते हुए खासतौर पर पटरीपार क्षेत्र के वार्डो की सफाई तथा रखरखाव के समुचित प्रबंधन के लिए पटरीपार क्षेत्र में सफाई कार्य को ठेके में दिए जाने का प्रावधान किया गया हैं। ई-गवर्नेस कम्प्यूटरीकरण एवं एस.एम.एस. प्रणाली प्रारंभ की गई हैं। जिसके तहत आम आदमी अपनी समस्याएं एसएमएस के जरिए निगम में भेज सकता हैं। इस वर्ष आईएसओ मद हेतु 1 लाख रुपए का प्रावधान किया गया हैं। वातानुकूलित मछली मार्केट निर्माण हेतु 90 लाख, रायपुरनाका ओव्हरब्रिज के नीचे दुकान निर्माण 2 करोड़ 50 लाख, गरीबों के बुनियादी सेवाएँ व आवास हेतु 1 करोड़ रुपए,नया फागिंग मशीन क्रय के लिए 15 लाख रुपए का प्रावधान किया गया हैं। शहर को हरा-भरा रखने के लिए पौधा लगाओं पैसा पाओं योजना में 15 लाख रुपए का प्रावधान रखा हैं। तालाबों के संरक्षण की भी योजना बनाई गई हैं। आवासहीनों को सस्ती दर में आवास के लिए प्रावधान किया गया हैं। कसारीडीह नाला सुदृढ़ीकरण के लिए बजट में प्रावधान किया गया हैं। ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए रायपुरनाका से पद्मनाभपुर तक बाईपास रोड का निर्माण के लिए राशि प्रावधानित की गई हैं।
500 स्क्वेयर फीट के मकान में रहने वाले से निगम कोई टैक्स नहीं लेगा। एक नया अग्निशमन यंत्र के लिए राशि प्रावधानित की गई हैं। दुर्ग के बच्चों के लिए वाटर पार्क के लिए 1 करोड़ का प्रावधान किया गया हैं। शहर के निगम स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए दसवीं व बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में प्रावीण्य सूची में प्रथम 5 स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को 1 लाख रुपए दिए जाने का प्रावधान किया गया हैं। इसके अलावा निगम क्षेत्र से आईएएस,आईपीएस, आईएफएस चयनित युवाओं को 2 लाख रुपए तथा राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले युवाओं को 1 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का प्रावधान किया गया हैं। उत्कृष्ट निगम कर्मियों को पुरस्कृत करने का भी प्रावधान किया गया हैं। पेयजल से निपटने निगम क्षेत्र में 4 उच्च स्तरीय जलटंकियों का निर्माण एवं जलाभाव ग्रस्त क्षेत्रों में नए पाईप लाईन बिछाने की योजना हैं। बीपीएल कार्डधारियों को भागीरथी योजना अंतर्गत केवल 60 प्रतिशत मासिक दर पर नल कनेक्शन उपलब्ध करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजनांतर्गत 300 दुकानों का आबंटन जररुतमंदों को किया जायेगा।
महापौर डॉ. शिवकुमार तमेर के बजट पेश करने के बाद सभापति ने पार्षदों को बजट पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया। कांग्रेस पार्षद देवकुमार जंघेल ने पेश बजट को आंकड़ों का मायाजाल बताया। श्री जंघेल ने कहा कि यह बजट बढऩे की बजाय पिछले वर्ष की बजट की तुलना में कम हैं। महापौर विकास की बात कर रहे हैं लेकिन इस बजट में 10 करोड़ कम का प्रावधान हैं। विकास दिनोंदिन बढ़ता हैं न कि कम होता हैं। लिहाजा बजट को संशोधित किया जाना चाहिए। पिछले 10 वर्षो में जो बजट प्रस्तुत हुए हैं वहीं बजट वित्तीय वर्ष 2010-11 के लिए भी पेश किया गया हैं। केवल आंकड़ों में हेर-फेर नजर आ रहे हैं। पेश बजट पूरा अनुदान व अंशदान में टिका हुआ हैं। समेत बजट में शामिल अन्य मुददों को श्री जंघेल ने क्रमवार उठाया। नेता प्रतिपक्ष निर्मला साहू ने पेयजल व निस्तारी पानी का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि अव्यवस्था के अभाव में शहरी क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था चरमरा गई हैं। जिस पर ध्यान देना चाहिए। संजय कोहले,आशुतोष सिंह,राजेन्द्र पटेल एवं अन्य पार्षदों ने अपनी बात रखी। बैठक में भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के अलावा आयुक्त एस.के. सुंदरानी समेत निगम के अधिकारीगण मौजूद थे।

०००

नाबालिग के बलात्कारी पुलिस पकड़ से दूर

दुर्ग, 30 मार्च। पटरीपार स्थित शांतिनगर में कल एक 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ हुए बलात्कार के आरोपियों को पकडऩे में पुलिस आज भी नाकाम रही। अलबत्ता, किशोरी द्वारा एक युवक अनि उर्फ चंपेश्वर की शिनाख्त किए जाने के बाद आज पुलिस ने उसके पिता को थाने में बुलाकर पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मोहन नगर थानांतर्गत शांतिनगर निवासी एक 16 वर्षीय किशोरी का 6 युवकों ने कार में अपहरण कर लिया था। अपहरण करने के बाद सभी आरोपी किशोरी को कादम्बरी नगर के एक सूने मकान में ले गए, जहां सभी ने अपहरण कर बारी-बारी बलात्कार किया था। पीडि़ता किशोरी झाड़ू पोंछा का काम करती है। पुलिस के गश्तीदल के घटनास्थल के पास पहुंचने के बाद सभी आरोपी भाग खड़े हुए। प्रारम्भ में पुलिस ने युवकों को चोर समझा, किन्तु घर के भीतर जाकर देखने पर बाथरूम में युवती बेहोश पड़ी मिली। जिसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। घटना के बाद से सभी 6 आरोपी फरार हैं। पीडि़ता किशोरी के बयान के आधार पर पुलिस ने एक युवक की शिनाख्त शांति नगर निवासी अनि उर्फ चंपेश्वर के रूप में की थी। पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी युवक शक्तिनगर और शांतिनगर के निवासी हैं। अनि उर्फ चंपेश्वर के पिता बेनीराम निर्मलकर कपड़ा प्रेस करने का काम करते हैं। आज पुलिस ने उन्हें मोहन नगर थाने में बुलाकर पूछताछ की। पता चला है कि आरोपी युवक के पिता बेनीराम भी अपने पुत्र के बारे में कुछ बता नहीं पा रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने उन्हें थाने में ही बिठाकर रखा है। इस मामले को लेकर पूरी ऐहतियात बरत रही पुलिस ने फिलहाल घटना से संबंधित कोई ब्यौरा देने से इनकार किया है। बताया जाता है कि पुलिस का मुखबिर तंत्र पूरी तरह सक्रिय है और आरोपियों का जल्द ही पता लगा लिया जाएगा।

०००

दुर्ग मंडल में समन्वय की राजनीति

दुर्ग, 30 मार्च। भारतीय जनता पार्टी में शहर की राजनीति पर वर्चस्व को लेकर चल रहा शीतयुद्ध लगता है अब थमने वाला है। महावीर लोढ़ा को दुर्ग मंडल का अध्यक्ष बनाने और दिनेश देवांगन व शिवेन्द्र परिहार को संगठन महामंत्री का पद देने के पीछे यही मंशा नजर आ रही है।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग मंडल अध्यक्ष बनाए गए महावीर लोढ़ा, केबिनेट मंत्री हेमचंद यादव के समर्थक हैं। जबकि श्री देवांगन व श्री परिहार को सांसद सरोज पाण्डेय का समर्थक माना जाता है। दुर्ग विधानसभा के टिकट को लेकर हेमचंद यादव व सरोज पाण्डेय के बीच खुलकर विरोधाभास सामने आए थे और उसी के बाद से शहर की राजनीति पर वर्चस्व की लड़ाई भी शुरू हुई। हालांकि बाद में सुश्री पाण्डेय को वैशाली नगर विस का टिकट मिला और इसके कुछ ही समय बाद वे सांसद भी निर्वाचित हो गईं। किन्तु दुर्ग की राजनीति पर इन दोनों गुटों की छाया लगातार पड़ती रही। मंत्री श्री यादव का तर्क रहा है कि क्योंकि वे दुर्ग से विधायक हैं और उन्हें यहीं से चुनाव लडऩा है, इसलिए उनकी पसंद को तवज्जो मिलनी चाहिए। इधर, सुश्री पाण्डेय के अपने तर्क रहे हैं। दस वर्षों तक दुर्ग की महापौर रहीं सुश्री पाण्डेय का निर्वाचन क्षेत्र अब दुर्ग समेत 9 विधानसभा क्षेत्र हो गए हैं। दोनों नेताओं को दुर्ग में अपने-अपने हित और अहित नजर आते रहे हैं। इसीलिए इस संगठन चुनाव में लम्बी कवायद के बाद भी आमसहमति के सारे प्रयास कामयाब नहीं हो पाए थे। अंतत: दोनों गुटों के समर्थकों ने श्री यादव व सुश्री पाण्डेय को ही अधिकृत कर दिया था। कल दोनों नेताओं ने बीच का रास्ता निकालते हुए अपने-अपने समर्थकों का मनोनयन करवा लिया।

००००

हत्या कर युवक का शव नाले में फेंका


दुर्ग, 30 मार्च। ग्राम ननकट्ठी में एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। युवक की पहचान डोमार पटेल के रूप में की गई। शरीर पर चोंटों के निशान के आधार पर पुलिस ने युवक की हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई। जानकारी के मुताबिक, आज सुबह घूमने-टहलने के लिए निकले ननकट्ठी के ही दुर्गाप्रसाद ताम्रकार ने परोड़ा नाला के पास एक युवक का शव पड़ा हुआ देखा। इसकी तत्काल धमधा थाने को सूचना दी गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस को मृत युवक की तलाशी के दौरान उसकी जेब से लायसेंस मिला। इस लायसेंस के आधार पर उसकी शिनाख्त डोमार पटेल पिता अलखराम पटेल (32) के रूप में की गई। पुलिस ने मृतक के शरीर में आए चोंटों के निशान के आधार पर आशंका जाहिर की है कि उसे मारकर परोड़ानाला में फेंका गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मनीष शर्मा ने मौका मुआयना किया। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

०००

पुरानी रंजिश को लेकर प्रापर्टी डीलर के घर तोडफ़ोड़

भिलाई, 30 मार्च। पुरानी रंजिश को लेकर चार युवकों ने एक प्रापर्टी डीलर के घर तोडफ़ोड़ और पथराव करते हुए गाली गलौज किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के मुताबिक नेवई थानांतर्गत ग्राम नेवईभाठा निवासी अशोक सिंह पिता रूपेन्द्र सिंह (40) के घर संजू मिश्रा, रूपेश्वर साहू, गुल्लू उडिय़ा और जितेन्द्र ने पथराव करते हुए तोडफ़ोड़ कर दी। इस दौरान आरोपियों ने जमकर गाली गुफ्तार भी किया। प्रार्थी के घर की खिड़कियों के कांच तोडऩे के अलावा आरोपियों ने आंगन के गेट में भी तोडफ़ोड़ की। घटना की वजह पुरानी रंजिश बताई गई है। नेवई पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 294, 452, 506, 427 व 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। सभी आरोपी फरार बताए गए हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

०००

स्कार्पियो से लैपटाप पार

भिलाई, 30 मार्च। वैशाली नगर निवासी संजय जैन की लेपटॉप आज सुबह किसी अज्ञात आरोपी ने पार कर दिया। बताया जाता है कि प्रार्थी अपने स्कार्पियो वाहन में लेपटाप रखकर ऑफिस खोलने गया था। छावनी पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 379 के तहत अपराध दर्ज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक वैशाली नगर निवासी संजय जैन की नंदिनी रोड़ में संजय इंडस्ट्रीयल ट्रेडल कम्पनी है। आज सुबह करीब 10 बजे वह अपने बड़े भाई धनकुमार के साथ अपनी स्कार्पियो में ऑफिस गया था। दोनों भाई स्कार्पियो से उतरकर ऑफिस का ताला खोलने लगे। इस दौरान उनका लेपटाप और कम्पनी के दस्तावेज वाला बैग गाड़ी में ही पड़ा रहा। ऑफिस का ताला खोलकर जब दोनों वापस लौटे तो लेपटाप दस्तावेजों वाला बैग किसी ने पार कर दिया था। घटना की सूचना छावनी थाने को दी गई, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 379 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। लेपटाप की कीमत 15 हजार रूपए बताई गई है।

०००

एक्सप्रेस ट्रेनों में लगी अतिरिक्त बोगियां

दुर्ग, 30 मार्च। गर्मी के मौसम में लंबी दूरी की यात्री ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और वेटिंग की लिस्ट को कम करने के लिए रायपुर समेत बिलासपुर रेल मंडल से संचालित लंबी दूरी की चार एक्सप्रेस ट्रेनों में अतिरिक्त बोगियां लगाई गई है।
जानकारी के मुताबिक, यह वैकल्पिक व्यवस्था सिर्फ मुसाफिरों को राहत देने व लंबी वेटिंग लिस्ट को क्लीयर करने के लिए लगाई गई है। रेल मंडल के मुताबिक ट्रेन संख्या 8425/8426 पूरी-रायपुर-पुरी एक्सप्रेस में एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक एक अतिरिक्त थर्ड एसी कोच, 8253 अमरकंटक एक्सप्रेस में दो स्लीपर, 5159 सारनाथ एक्सप्रेस में एक स्लीपर, 2823 संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर कोच लगाया गया है। गौरतलब है कि एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक लंबी दूरी की तकरीबन आधा दर्जन एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों में सीट-बर्थ नहीं है। हाउसफुल चल रही ट्रेनों में यात्रियों का सफर आरामदायक तरीके से पूरा करने के लिए रेल मंडल व बिलासपुर जोन के अफसर चिन्हित ट्रेनों पर अतिरिक्त कोच के जरिए राहत देने में लगे हुए हैं।

००००

एक बार फिर ढर्रे पर नजर आई कांग्रेस

नेता प्रतिपक्ष को कांग्रेसियों ने ही नहीं दी कुर्सी


दुर्ग, 30 मार्च। दुर्ग नगर निगम के नई परिषद की पहले बजट बैठक में आज विपक्ष याने कांग्रेसी पार्षदों में तालमेल का अभाव साफ नजर आया। नेता प्रतिपक्ष के चयन के दौरान गुटों में बटे कांग्रेसी पार्षद आज पखवाड़ेभर बाद एक स्थान में जुटे। लेकिन उनके बीच सामंजस्य नदारद था। विपक्ष की ओर से बजट बैठक की अगुवाई कौन कर रहा था यह समझ से परे था। लिहाजा बिना किसी ठोस योजना के जिस कांग्रेस पार्षद को बोलने का अवसर मिला वहीं सामने आकर बोलता रहा। नेता प्रतिपक्ष निर्मला साहू बजट बैठक में थोड़ा देर से पहुंची। इस दौरान तक कांग्रेस के अन्य पार्षद सदन के पहली पंक्ति में अपना कब्जा जमा लिए हुए थे। देर से सदन पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष निर्मला साहू को सबने देखा लेकिन किसी भी कांग्रेसी पार्षद ने उनके लिए स्थान नहीं छोड़ा। बाद में वे खुद कुर्सी लेकर आई और सामने पंक्ति में आसीन हुई। बजट बैठक में विपक्ष की ओर से पार्षद देवकुमार जंघेल ने सर्वप्रथम बजट बैठक पर अपना मत रखा। उसके एक घंटे बाद नेता प्रतिपक्ष निर्मला साहू को बोलने का अवसर मिला। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बजट बैठक में शामिल होने कांग्रेसी पार्षद कोई ठोस रणनीति बनाकर नहीं पहुंचे हैं। यह तमाम बातें कांग्रेसी पार्षदों के बीच आपसी गुटबाजी को जगजाहिर कर रही हैं। जिसका मुख्य कारण नेता प्रतिपक्ष के पद को माना जा रहा हैं।

०००

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें