भिलाई, २३ अप्रैल। भिलाई नगर निगम की महात्वाकांक्षी वृहद पेयजल योजना एक बार फिर अधर में लटक गई है। अब तक 67 वार्डों में से केवल 15 वार्ड तक ही पाईप लाइन का बिछाव हो पाया है। 40 करोड़ रुपयों से शुरू हुई यह योजना एक अरब पार कर गई है फिर भी इस वर्ष के बीत जाने तक इस योजना के पूर्ण होने के लक्षण दिखाई नही दे रहे है।
गौरतलब है कि नगर निगम एवं प्रदेश में भाजपा की सत्ता आने के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि वृहद पेयजल योजना निगम के चुनाव के पूर्व पूर्ण कर ली जाएगी। परंतु वैशाली नगर क्षेत्र से भाजपा का पराजित होना इस क्षेत्र के लोगों के लिए मानो अभिशाप बन गया हो। अब तक इस योजना के अंतर्गत केवल सुपेला क्षेत्र तक ही पाईप लाइन का बिछाव हो पाया है। आगे पाईप लाइन के लिए अधिकारियों को किसी प्रकार की दिशा-निर्देश नही दिए जा रहे है। दूसरी ओर निगम प्रशासन के कतिपय अधिकारियों द्वारा यह प्रचारित किया जा रहा है कि जिन नागरिकों को इस योजना के अंतर्गत नल कनेक्शन लेना हो वे निगम में 6000 रुपए जमा करावें एवं जो पुराने कनेक्शनधारी है वे 3500 रुपए जमा करके अपने कनेक्शन का नवीनीकरण करा सकते है। यह बात समझ से परे है कि जिन वार्डों में पाईप लाइन का बिछाव भी नही हो पाया है उनके भी नागरिकों से नए कनेक्शन हेतु शुल्क वसूला जा रहा है। नगर निगम के पार्षद भी इस संबंध में कोई सही जानकारी बताने में असमर्थ दिखाई दे रहे है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निगम प्रशासन ने इस योजना पर से ध्यान हटा दिया है एवं अपने अधिकारियों को दूसरे कार्य पूर्ण करने के आदेश दिए है। यहां यह बताना भी गैर जरूरी नही है कि नगर निगम के चुनाव इस वर्ष के अंत तक संपन्न होने है। वृहद पेयजल योजना के अलावा नगर निगम द्वारा किया जा रहा गौरवपथ का निर्माण अभी अधूरा है। वैशाली नगर से औद्योगिक क्षेत्र जाने वाले श्रमिकों एवं उद्योगपतियों के लिए यह मार्ग परेशानी का सबब बन गया है। आधा-अधूरा निर्माण दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहा है। नागरिकों का मानना है कि गौरवपथ का आधा-अधूरा निर्माण और वृहद पेयजल योजना का पूरा न होना कहीं आने वाले निगम चुनाव में सत्ताधीशों को हकीकत का आईना न दिखा दें।
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