गुरुवार, 13 मई 2010

नाराज लोगों ने की सड़क जाम

शंकरनाला पुलिया निर्माण में लेटलतीफी

दुर्ग, 13 मई। शंकर नगर दुर्गा चौक में शंकरनाला का पुलिया निर्माण क्षेत्र के रहवासियों के लिए बड़ी समस्या का कारण बना हुआ हैं। नया पुलिया निर्माण के लिहाज से दुर्गा चौक के पुराने पुलिए को तोड़ा गया हैं। लेकिन महीनेभर बाद भी पुलिया निर्माण की कार्यवाही पटरी पर नहीं आ पाई। जिससे दुर्गाचौक से लोगों का आवागमन व्यापक तौर पर बाधित हो रहा हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश था। यही आक्रोश बीती रात उस समय फूट पड़ा जब क्षेत्र के लोगों ने सामूहिक रुप से टूटे पुलिए के उपर एक बड़ा पेड़ डालकर मार्ग को पूर्णत: जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों के इस कदम के बाद दुर्गा चौक से न कोई आ सकता हैं और न ही कोई जा सकता हैं। इसके पीछे क्षेत्र के लोगों का मकसद सोई नगर निगम को जगाना बताया गया। शंकर नगर दुर्गा चौक में आवागमन ठप्प होने की खबर महापौर डॉ. शिवकुमार तमेर, आयुक्त एस.के. सुंदरानी,लोकनिर्माण प्रभारी जयश्री जोशी समेत अन्य निगम के जिम्मेदार लोगों को हैं। लेकिन उक्त मार्ग में आवागमन बहाल करने निगम की ओर से कोई कदम नही उठाया गया हैं। जो निगम प्रशासन की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़े कर रही हैं। दुर्गा चौक में पुलिया निर्माण का ठेका सामेन्द्र बंजारी नामक ठेकेदार को दिया गया हैं। लेकिन उक्त ठेकेदार ने पुराने पुलिए को तोडऩे के बाद नए पुलिया निर्माण की कार्यवाही शुरु नहीं की हैं। जिससे उक्त मार्ग पर यातायात बाधित हैं।
यह खबर निगम प्रशासन तक भी पहुंची थी। जिस पर आयुक्त एस.के. सुंदरानी ने ठेकेदार सामेन्द्र बंजारी को नोटिस जारी कर कहा था कि शंकर नगर दुर्गा चौक में अगर कोई दुर्घटना घटती हैं तो उसके लिए ठेकेदार जिम्मेदार होगा। ठेकेदार को नोटिस जारी कर आयुक्त एस.के. सुंदरानी ने मामले में खानापूर्ति कर ली। लेकिन शंकर नगर में जनसमस्या यथावत बनी हुई हैं। जिससे क्षेत्र के लोग अब नगर निगम प्रशासन के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। क्षेत्र के पार्षद सुरेन्द्र बजाज और पूर्व पार्षद शेखर चंद्राकर ने कहा हैं कि शंकर नगर दुर्गा चौक में पुलिया निर्माण को लेकर निगम प्रशासन गंभीर नहीं हैं। इसलिए पुलिया निर्माण में विलंब हो रहा हैं। उन्होने कहा कि पुलिया निर्माण का कार्य बरसात पूर्व किसी भी हाल में पूर्ण कर लिया जाना चाहिए। अन्यथा की स्थिति में क्षेत्र में बरसाती पानी से क्षेत्र में बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता हैं।

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