गुरुवार, 6 मई 2010

शिक्षाकर्मी भर्ती के नियम हुए सरल

दुर्ग, 06 मई। राज्य शासन ने शिक्षाकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया का सरलीकरण कर दिया है। इसी के तहत पंचायतों में अब भर्तियां होगी। व्यवसायिक परीक्षा मंडल से प्राप्त परिणाम, वरीयता सूची के अनुसार शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति तथा पदस्थापना करने के संबंध में सभी जिला पंचायतों और जनपद पंचायतो  के  मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए है। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी परिपत्र के साथ शिक्षाकॢमयों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए निर्धारित समय सारणी भी भेजी गई है। जिला और जनपद पंचायतो के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को 15 जून तक शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति कारवाई पूरी करने के  निर्देश दिए गए है।

शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया के लिए भेजी गई समय सारणी के  अनुसार व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के आधार पर मेरिट लिस्ट अनुसार पात्र अभ्यार्थियों के प्रमाण-पत्रों की जांच कराने की अंतिम तिथि 15 मई तक निर्धारित की गई है। इसके बाद काउंसलिंग की कारवाई पूर्ण करने की अंतिम तिथि 22 मई तक निर्धारित की गई है। जिला और जनपद पंचायतों के  मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि 50 पद  अतिरिक्त होने की दशा में एक  दिन,100 पद रिक्त होने की दशा में दो दिनों,200 पद रिक्त होने की दशा में तीन दिनों में और 200 से अधिक रिक्त होने की दशा में चार दिनों में काउंसलिंग की कारवाई पूर्ण कर ली जंाए। चयन समिति द्वारा चयन सूची तैयार कर 26 मई तक नियुक्ति प्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दी जाए। नियुक्ति अधिकारी (समान्य प्रशासन समिति)द्वारा चयन सूची का अनुमोदन 10 जून तक  कर दिया जाये। नियुक्ति प्राधिकारी,जिला जनपद पंचायत की समान्य प्रशासन समिति द्वारा समय सीमा में अनुमोदन प्राप्त नहीं करने की दिशा में संबंधित जिला और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा 15 जून 2010 तक नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए गए है। जिला और जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को जारी परिपत्र में  कहा गया है कि अभ्यार्थियों को व्यवसायिक  परीक्षा मंडल से प्राप्त वरीयता सूची ेअनुसार आमंत्रित किया जाए।

वरीयता सूची के अनुसार उनके प्रमाण पत्रों की जांच की जांए। छत्तीसगढ़ की संस्थाओं से बीएड,और डीएड उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के  प्रमाण पत्रों की जंाच के लिए संबंधित संस्था या विश्वविद्यालय की जानकारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद वेबसाइट पर उपलब्ध हैे। इसके आधार पर ही प्रमाण पत्रों की जांच की जांए। शेष प्रमाण पत्रों की जांच मूल प्रमाण-पत्रों से मिलान कर की जांए। इसके लिए जिला और जनपद पंचायतों में पूर्व के अनुसार ही समितियां बनाई जाए। वैध प्रमाण पत्र धारी अभ्यार्थियों की नियुक्ति के लिए अन्य आवश्यक कारवाई की जांए। स्कूल स्तर पर रिक्तियों की जानकारी की तत्काल ही प्राप्त कर ली जाए,ताकि जिला और जनपद स्तर पर कार्यभार ेग्रहण करने के  उपरांत स्कूल स्तर पर पहुंचने पर पद रिक्त नहीं होने की समस्या निर्मित नहीं हो। प्रमाण पत्रों की जांच के लिए वरीयता सूची में शामिल संख्या को ध्यान में रखते हुए एक से अधिक टेबल की व्यवस्था की जा सकती हैैैै। परिपत्र में कहा गया है कि नवनियुक्त शिक्षाकर्मियोंं द्वारा अनिवार्य रूप से 20 जून 2010 तक संबंधित शालाओं का कार्यभार ग्रहण करना आवश्यक है इस निर्धारित तिथि तक कार्यभार ग्रहण नहीं करने वाले शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति स्वमेव समाप्त माना जाए।

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आंख लाल करने लगी गर्मी

दुर्ग, 06 मई। मौसम ने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है। मौसमी बीमारियों के साथ ही इस बार आंखें लाल होने की नई बीमारी सामने आई है। डाक्टरों के मुताबिक, आंखों में सूजन आना और लाल होना मौसमी है। इसके लिए कई तरह के उपाय करने की बातें डाक्टर कर रहे हैं।

तापमान बढऩे के साथ ही उल्टी-दस्त, डायरिया, बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। सरकारी अस्पताल के अलावा निजी डाक्टरों के पास भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। बताया जाता है कि बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी की आंखें लाल होने की शिकायत पहली बार बड़े पैमाने पर सामने आई है। प्रारंभ में लोग इसे कंजक्टिवाइटिस मान रहे थे, किन्तु डाक्टरों के मुताबिक, यह एक तरह की एलर्जी है। तेज धूप, गर्म हवाओं की वजह से आंखें लाल हो रही है। इससे बचने के लिए आंखों में चश्मा लगाकर घर से निकलने, बर्फ का सेंक देने और गर्म हवाओं के थपेड़ों से बचने की सलाह डाक्टरों ने दी है। मौसम का मिजाज बिगडऩे के साथ ही जिला चिकित्सालय में भी मरीजों की संख्या अत्यधिक बढ़ रही है। खासकर उल्टी व दस्त से पीडि़त लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं। इससे बचने के लिए डाक्टरों ने बाहरी खान-पान से बचने और ज्यादा खाने से परहेज करने की नसीहत दी है।

गौरतलब है कि मौसम में परिवर्तन के साथ ही इस तरह की शिकायतें आमतौर पर सामने आती है, किन्तु गम्भीरता से नहीं लिए जाने की वजह से इन छुटपुट बीमारियों की वजह से मौत भी हो जाती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि दिन में तेज गर्मी और उमस के बाद देर शाम ठंडी हवाएं चलने और बारिश होने जैसी घटनाएं हो रही है। इसकी वजह से भी बीमारियों को पनपने का अवसर मिल रहा है। कल दिनभर धूप के पश्चात देर शाम ठंडी हवाएं चलने और रात्रि में गरज-चमक के साथ छींटे पडऩे के साथ आज सुबह हालांकि गर्मी कम रही, पर उमस ने लोगों को काफी हलाकान किया। दोपहर बाद सूरज और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा।

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