शुक्रवार, 14 मई 2010

प्रेमी के साथ मिलकर बेटी ने रची थी साजिश

दुर्ग, 14 मई। प्यार अंधा होता हैं,यह कहावत पिछले दिनों गयानगर गयाबाई धर्मशाला के पास स्थित गुप्ता परिवार के घर में हुए लाखों रुपये की चोरी के मामले में उजागर हुआ हैं। अपने प्यार को पाने गुप्ता परिवार की पुत्री ने प्रेमी की साजिश में शामिल होकर घर में ही चोरी की वारदात को अंजाम दे डाली। लेकिन प्रेमी जोड़े को यह मालूम नहीं था कि कानून के हाथ लंबे होते हैं।

मामले में पूछताछ के दौरान पुलिस ने युवती पर दबाव बनाया तो चोरी की पोल खुल न जाए की डर से प्रेमी जोड़े ने चोरी के माल को वापस लौटा दिया। यह प्रत्याशित घटना सामने आने से पुलिस का माथा ठनका और युवती से सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गई। युवती ने घर में चोरी की घटना को अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकारा हैं। मामले के भंडाफोड़ के बाद पुलिस ने युवती विनीता गुप्ता 21 वर्ष पिता स्व.राजेन्द्र गुप्ता गयानगर और उसके प्रेमी यीशु बंछोर 22 वर्ष पिता घनश्याम बंछोर ग्राम बासीन जेवरा सिरसा निवासी को गिरफ्तार कर लिया हैं। इनके निशानदेही पर चोरी के लाखों के सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम एक लाख 74 हजार रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं। बताया गया हैं आरोपी विनीता और यीशु का गंजपारा स्थित रुंगटा कालेज में बीसीए का कोर्स करने के दौरान मुलाकात हुई थी। दोनों के बीच इस समय प्रेम प्रसंग फला-फूला और दोनों ने 19 नवंबर 08 में गायत्री मंदिर में शादी भी कर ली थी। इस महीने की 31 मई को विनीता की शादी तय हो गई हैं। इससे प्रेमी यीशु आहत था। वहीं विनीता भी शादी को लेकर तैयार नहीं थी। लिहाजा दोनों ने मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दी। प्रेमी जोड़े का चोरी की घटना को अंजाम देने के पीछे यह मंशा थी कि घर के सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम चोरी कर लिए जाएंगे तो रुपए-पैसे के अभाव में विनीता की शादी नहीं हो पाएगी। लेकिन घर में चोरी होने के बावजूद विनीता की मां मीना गुप्ता अपने स्तर पर शादी की तैयारियों में लगी हुई थी। इससे प्रेमी जोड़ा अपने मकसद में कामयाब होता नहीं दिखा और पुलिस के दबाव के चलते प्रेमी जोड़े ने नई साजिश रच कर चोरी के सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम को बैग में भरकर रिक्शा वाले के माध्यम से घर वापस भेजवा दिया। इन घटनाओं से पुलिस का शक बढ़ा कि वारदात में घर का कोई न कोई सदस्य शामिल हैं।

संदेहियों से पुलिस ने अलग-अलग पूछताछ की तो विनीता गुप्ता टूट गई और उसने प्रेमी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी। उक्त घटना का खुलासा करते हुए एसपी दीपांशु काबरा ने बताया कि घटना की रात्रि 7 मई को गयानगर स्थित ओम शिव टेंट हाऊस की संचालिका मीना गुप्ता पति स्व. राजेन्द्र गुप्ता शादी का कार्ड बांटने झांसी गई हुई थी। जिससे रात में घर पर विनीता उसका भाई शिवराज और पड़ोसी ईश्वर वर्मा मौजूद थे। प्रेमी यीशु के साथ मिलकर बनाए गए योजना के तहत विनीता ने रात में ईश्वर वर्मा के चाय में और भाई शिवराज के खाने में नींद की गोली मिला दी थी। जिसके सेवन के बाद दोनों गहरी नींद में सो गए थे।  रात में प्रेमी यीशु बंछोर विनीता के घर पहुंचा और सुबह 4 बजे सोने-चांदी के जेवरात व नगदी रकम को लेकर चला गया। घटना पर किसी को संदेह न हो इस लिहाज से घर के माहौल को चोरी होने जैसा बनाया गया। विनीता ने भी अपने खाने में नींद की गोली मिलाकर खा लिया था,कि किसी को उस पर  संदेह ना हो। सुबह विनीता,उसका भाई शिवराज और पड़ोसी ईश्वर वर्मा बेसुध मिले। जिससे मामला दूसरा रुप ले लिया था। प्रेमी जोड़ा अपने मकसद पर कामयाब होते हुए नजर आए। लेकिन पुलिस की तफ्तीश में मामले का भंडाफोड़ हुआ और आरोपी विनीता गुप्ता व उसका प्रेमी यीशु बंछोर गिरफ्तार किए गए।

बताया गया है कि रिक्शा चालक बांसपारा निवासी पंचू मरकाम के माध्यम से जिस युवती ने सोने चांदी के जेवरात व रूपयों से भरे बैग को घर भिजवाया था, उस युवती का नाम लेखनी है। वह वद्र्धमान अस्पताल के पास स्टेशन रोड दुर्ग में रहती है। लेखनी को आरोपी यीशु बंछोर का पुराना सहपाठी बताया गया है।

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